कुछ भी
अर्ज किया है
वो मेरे दिल का कुछ
यूं इस कदर हाल कर गईं
वो मेरे दिल का कुछ
यूं इस कदर हाल कर गई
मेरी धड़कन मेरी सांसों से
अनगिनत सवाल कर गई
नही रही सुध बुध इस शरीर में
देखो ना जाते जाते वो तो
जिंदा लाश कर गई ।
उसको यही मंजूर तो यही सही
उसको यही मंजूर तो यही सही
सुना था लोगो से पर
वो तो मेरी हर रात काली कर गई
वो तो मेरी हर रात काली कर गई ।
#शायरी
© All Rights Reserved
वो मेरे दिल का कुछ
यूं इस कदर हाल कर गईं
वो मेरे दिल का कुछ
यूं इस कदर हाल कर गई
मेरी धड़कन मेरी सांसों से
अनगिनत सवाल कर गई
नही रही सुध बुध इस शरीर में
देखो ना जाते जाते वो तो
जिंदा लाश कर गई ।
उसको यही मंजूर तो यही सही
उसको यही मंजूर तो यही सही
सुना था लोगो से पर
वो तो मेरी हर रात काली कर गई
वो तो मेरी हर रात काली कर गई ।
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