...

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"मिडिल क्लास "
*"मिडिल-क्लास" का होना भी,*
*किसी वरदान से कम नहीं है...,*
*कभी बोरियत नहीं होती...,*

*जिंदगी भर कुछ ना कुछ आफत,*
*लगी ही रहती है...,*

*न इन्हें तैमूर जैसा बचपन नसीब होता है...*
*न अनूप जलोटा जैसा बुढ़ापा, फिर भी,*
*अपने आप में उलझते हुए,*
*व्यस्त रहते हैं...!*

*मिडिल क्लास होने का भी,*
*अपना फायदा है...*
*चाहे BMW का भाव बढ़े या AUDI का,*
*या फिर नया i phone लाँच हो जाये,*
*कोई फर्क नहीं पड़ता...!*

*मिडिल क्लास लोगों की,*
*आधी जिंदगी तो ... झड़ते हुए बाल,*
*और बढ़ते हुए पेट को रोकने में ही,*
*चली जाती है...!*

*मिडिल क्लास लोगों की,*
*आधी ज़िन्दगी तो,*
*"बहुत महँगा है" बोलने में ही,*
*निकल जाती है...!*

*इनकी "भूख" भी...*
*होटल के रेट्स पर डिपेंड करती है...*
*दरअसल महंगे होटलों की,*
*मेन्यू-बुक में मिडिल क्लास इंसान,*
*'फूड-आइटम्स' नहीं बल्कि,*
*अपनी "औकात" ढूंढ रहा होता है...!*

*इनके जीवन में कोई वैलेंटाइन नहीं होता...,*
*"जिम्मेदारियाँ" जिंदगी भर*
*परछाईं की तरह पीछे लगी रहती हैं...!*

*मध्यम वर्गीय दूल्हा-दुल्हन भी,*
*मंच पर ऐसे बैठे रहते हैं मानो जैसे,*
*किसी भारी सदमे में हों...*

*अमीर शादी के बाद*
*चलता बनते हैं , और*
*मिडिल क्लास लोगों की शादी, के बाद...*
*टेन्ट बर्तन वाले पीछे पड़ जाते हैं...!*

*मिडिल क्लास बंदे को,*
*पर्सनल बेड और रूम भी,*
*शादी के बाद ही अलाॅट हो पाता है...!*


*एक सच्चा मिडिल क्लास आदमी,*
*गीजर बंद करके,*
*तब तक नहाता रहता है,*
*जब तक कि नल से,*
*ठंडा पानी आना शुरू ना हो जाए...!*

*रूम ठंडा होते ही AC बंद करने वाला,*
*मिडिल क्लास आदमी चंदा देने के वक्त,*
*नास्तिक हो जाता है, और*
*प्रसाद खाने के वक्त आस्तिक...*

*दरअसल मिडिल-क्लास तो,*
*चौराहे पर लगी घण्टी के समान है,*
*जिसे लूली-लगंड़ी, अंधी-बहरी,*
*अल्पमत-पूर्णमत,*
*हर प्रकार की सरकार,*
*पूरा दम से बजाती है...!*

*मिडिल क्लास को आज तक बजट में,*
*वही मिला है, जो अक्सर हम*
* मंदिर में बजाते हैं. *

*फिर भी हिम्मत करके,*
*मिडिल क्लास आदमी,*
*पैसा बचाने की,*
*बहुत कोशिश करता है,*
*लेकिन*
*बचा कुछ भी नहीं पाता...*

*हकीकत में मिडिल मैन की हालत,*
*पंगत के बीच बैठे हुए,*
*उस आदमी की तरह होती है,*
*जिसके पास पूड़ी-सब्जी,*
*चाहे इधर से आये, चाहे उधर से,*
*उस तक आते-आते,*
*खत्म हो जाती है...!*

*मिडिल क्लास के सपने भी,*
*लिमिटेड होते हैं.*
*"टंकी भर गई है, मोटर बंद करना है..."*
*गैस पर दूध उबल गया है,*
*चावल जल गया है,*
*इसी टाईप के सपने आते हैं...!*

*दिल में अनगिनत सपने लिए,*
*बस चलता ही जाता है...,*
*चलता ही जाता है...*
*और चला जाता है...।*

*ये मिडिल क्लास आदमी....!*
© JUGNU