नादान मन
#EmotionalDuality
नादान मन था कहीं लगता नहीं था !
जीवन के उतार चढ़ाव से डरता नहीं था !!
कब कहाँ किसी ओर जाना है चलता नहीं था !
था मन का ढीठ कभी बात समझता नहीं था !!
थक हार कर मैं भी बैठ गया कुछ बोलता नहीं था !
जिंदगी की आखरी...
नादान मन था कहीं लगता नहीं था !
जीवन के उतार चढ़ाव से डरता नहीं था !!
कब कहाँ किसी ओर जाना है चलता नहीं था !
था मन का ढीठ कभी बात समझता नहीं था !!
थक हार कर मैं भी बैठ गया कुछ बोलता नहीं था !
जिंदगी की आखरी...