बोर होते हुए भी..
वही तन्हाई
वही ऑफिस
वही सेटिंग
वही रोज़ रोज़ की झिक झिक
क्या कुछ भी नया नही
पर फिर भी
नया पन एक तो है
बोर होने का अंदाज़ बदल गया है
उसकी याद एक टीस देती है
बोरियत से राहत भी
वही ऑफिस
वही सेटिंग
वही रोज़ रोज़ की झिक झिक
क्या कुछ भी नया नही
पर फिर भी
नया पन एक तो है
बोर होने का अंदाज़ बदल गया है
उसकी याद एक टीस देती है
बोरियत से राहत भी