...

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आलम ❤️
लबों की खामोशी अख्तियार कैसे करें
दिल में तूफ़ान आपके नाम के उठते रहते हैं

पल पल की हँसी बन गए हो तुम मेरे
जिस पल से तुम सिर्फ़ मेरे होकर बने

बर्बादी के आलम में भी तुझमें ही हम आबाद हैं
मजबूरियों से तुम परेशान हो तो हम भी नाशाद हैं

हाथों में चिराग रखा है मैंने उनके आने की खुशी में
खुशी खुशी में चूम लेता हूं जगह जहां वो बैठते हैं

जिस्मानी रिश्ते नहीं तुमसे जन्मों जनम का साथ है
आखिरी पल भी ज़िंदगी का आपके नाम करते हैं


© विकास - Eternal Soul✍️