Kash hum mile na hote..
प्रेम में कभी, मैं और तुम नहीं होना था
तुम मुझसे गुजरते गए और
मेरा इंतजार उतना बढ़ता गया
तुमको पाना नामुमकिन है
जो रोम रोम में बसा हो
भला एक जगह कैसे संजोएं
खिड़की के करीब से
जैसे हवा का झोंका गुजरता है
वैसे ही, तुम...
तुम मुझसे गुजरते गए और
मेरा इंतजार उतना बढ़ता गया
तुमको पाना नामुमकिन है
जो रोम रोम में बसा हो
भला एक जगह कैसे संजोएं
खिड़की के करीब से
जैसे हवा का झोंका गुजरता है
वैसे ही, तुम...