घनाक्षरी
घनाक्षरी "मनहरण कवित छंद"
चांद से चकोरी मिले, चांदनी सी गोरी मिले !
चंचल की जोड़ी बने, बने राधे श्याम सी!!
काले-काले नैना राखे, काले केशा होवे...
चांद से चकोरी मिले, चांदनी सी गोरी मिले !
चंचल की जोड़ी बने, बने राधे श्याम सी!!
काले-काले नैना राखे, काले केशा होवे...