*Aankhen zamaane ki*
बातें कई हमारी है
रातें जो अनजानी है
इन बातों के बीच में
आंखें कई दीवानी है ।
राह चले दिन ढलते गए
लोग सभी जो खिलते रहे
लिवाज सभी...
रातें जो अनजानी है
इन बातों के बीच में
आंखें कई दीवानी है ।
राह चले दिन ढलते गए
लोग सभी जो खिलते रहे
लिवाज सभी...