लाइक मिले ना मिले
लाइक मिले ना मिले मैं लायक छोड़ जाऊंगा ।
अपनी रूह के पीछे मैं नायक छोड़ जाऊंगा ।।
मुल्तवी मौत को होती है शोहरत जान वालों की।
अपनी जान के ताबूत शराफत छोड़ जाऊंगा।।
वक्त जो खोलेगा ताबूत मिलेंगे बूंद शबनम के।
बचेगा चंद ही जर्रा हमारी याद - आंगन के।
छलक जाएगा अश्क यूं ढलकता रूपदा मोती।...
अपनी रूह के पीछे मैं नायक छोड़ जाऊंगा ।।
मुल्तवी मौत को होती है शोहरत जान वालों की।
अपनी जान के ताबूत शराफत छोड़ जाऊंगा।।
वक्त जो खोलेगा ताबूत मिलेंगे बूंद शबनम के।
बचेगा चंद ही जर्रा हमारी याद - आंगन के।
छलक जाएगा अश्क यूं ढलकता रूपदा मोती।...