जल जैसा प्यार
मैं पानी बन गया हूं
जब से तुम को चाहने लगा हूं
बिलकुल निश्छल जल
रंग हीन
गंध हीन
आकार हीन
मेरे रंग अब तेरे रंग हैं
मेरी खुशबू अब तुम हो
मेरा आकार तेरे चाहने जितना है
तुम कीचड़...
जब से तुम को चाहने लगा हूं
बिलकुल निश्छल जल
रंग हीन
गंध हीन
आकार हीन
मेरे रंग अब तेरे रंग हैं
मेरी खुशबू अब तुम हो
मेरा आकार तेरे चाहने जितना है
तुम कीचड़...