बूढ़ा चेहरा
मैं कुछ कहता नहीं पर,
एक खामोशी जिसमें एक आवाज ऐसी है जो हमारे कानों तक जाती है, एक एहसास जो बिना छुए महसूस हो जाती है, एक आंखें ऐसी जिसमें चमक ऐसी जो आंसुओं से भर जाती है, एक चेहरा ऐसा जो सब कुछ उन झुर्रियों में बयां कर जाती है, एक खामोशी ऐसी जिसकी आवाज हमारे कानों तक जाती है, एक दर्द ऐसा जो चेहरे से झलक जाती है.
एक खामोशी जिसमें एक आवाज ऐसी है जो हमारे कानों तक जाती है, एक एहसास जो बिना छुए महसूस हो जाती है, एक आंखें ऐसी जिसमें चमक ऐसी जो आंसुओं से भर जाती है, एक चेहरा ऐसा जो सब कुछ उन झुर्रियों में बयां कर जाती है, एक खामोशी ऐसी जिसकी आवाज हमारे कानों तक जाती है, एक दर्द ऐसा जो चेहरे से झलक जाती है.