पल
पल,
एक पल, में सब थम सा गया,
जैसे मेरा वो एक हिस्सा मिल गया,
और उन्हें जैसे उनका अभिन्न अंग मिल गया,
जिसकी खबर ना हमे थी ना उन्हें थी,
कि कुछ खोया था जो अब मिल गया
की...
एक पल, में सब थम सा गया,
जैसे मेरा वो एक हिस्सा मिल गया,
और उन्हें जैसे उनका अभिन्न अंग मिल गया,
जिसकी खबर ना हमे थी ना उन्हें थी,
कि कुछ खोया था जो अब मिल गया
की...