सदा चुप रहा हूं......।
सताओ मुझे फिर भी कुछ ना कहूंगा,
सदा चुप रहा हूं, ......सदा चुप रहूंगा।
तुम्हें लेके आया था, दुल्हन बनाकर,
रहूं प्यार से कितने सपने सजाकर।
पता क्या था रातों को सो ना सकूं गा।
ना चाही थी तुमसे, कोई...
सदा चुप रहा हूं, ......सदा चुप रहूंगा।
तुम्हें लेके आया था, दुल्हन बनाकर,
रहूं प्यार से कितने सपने सजाकर।
पता क्या था रातों को सो ना सकूं गा।
ना चाही थी तुमसे, कोई...