वंशवाद से वृद्धाश्रम तक
कौन बतायेगा उसे की वो गिर चुका है ,
पुरुष होने के हम ने गिराया है उसे
बेवजह बहनों पर उठाया गया पचपन का वो हाथ बचपन में ही रोक दिया जाता तो आज बीबी आए दिन पीटती नहीं रहती,
उदण्डता के सीमा उलंघन के उस पार
जब मा बाप का भरपूर साथ मिलता है
तब पूरी...
पुरुष होने के हम ने गिराया है उसे
बेवजह बहनों पर उठाया गया पचपन का वो हाथ बचपन में ही रोक दिया जाता तो आज बीबी आए दिन पीटती नहीं रहती,
उदण्डता के सीमा उलंघन के उस पार
जब मा बाप का भरपूर साथ मिलता है
तब पूरी...