मेरे दोस्त का जनाज़ा
बो दुन्या के लिए अबारा ,
लेकिन फिर भी सबका दुलारा ,
युं तो पागल बंजारा ,
पर आज भी मेरी यादो का है सहारा !
मैं भूल गया हूँ उन बातो को ,
और अब तो कुछ याद ही नहीं आता ,
उसके होते हुए मुझे रुलाना तो दूर ,
आज तक कोई हाथ ही नहीं लगा पता !
कभी बो आपस में लड़ जाना ,
फिर एक दूसरे को सतना ,
है भगवन और ,
मेरे नाराज़ होने पर उसका ,
बो बेसुरा गाना...
लेकिन फिर भी सबका दुलारा ,
युं तो पागल बंजारा ,
पर आज भी मेरी यादो का है सहारा !
मैं भूल गया हूँ उन बातो को ,
और अब तो कुछ याद ही नहीं आता ,
उसके होते हुए मुझे रुलाना तो दूर ,
आज तक कोई हाथ ही नहीं लगा पता !
कभी बो आपस में लड़ जाना ,
फिर एक दूसरे को सतना ,
है भगवन और ,
मेरे नाराज़ होने पर उसका ,
बो बेसुरा गाना...