"ये गुमशुदगी....!!!"
गुमशुदा रास्तों पर चले थे हमकदम बन कर
हाथों को हथेलियों संग लपेट कर
बुने थे कई सपने सारे
दिया था.... भरोसा
न छोड़ोगे कभी साथ....हमारा...
हाथों को हथेलियों संग लपेट कर
बुने थे कई सपने सारे
दिया था.... भरोसा
न छोड़ोगे कभी साथ....हमारा...