वो क्या था?
ये बात नहीं के दिल
सिर्फ!
तुम पे ही मरता है,
हसिनाऐं तो बहुत है
बस!
तुम्हें देखकर ज़रा
ते...…ज धड़कता है।
सांसें सहम सी जाती है
आवाज़ भी...
सिर्फ!
तुम पे ही मरता है,
हसिनाऐं तो बहुत है
बस!
तुम्हें देखकर ज़रा
ते...…ज धड़कता है।
सांसें सहम सी जाती है
आवाज़ भी...