कोई दीवाना कहता है...(Extended)
तुझे मैं कैसे बतलाऊं क्या तेरे बाद बाकि है
मेरे भीतर अभी इक अनकही फ़रियाद बाकि है...
मेरे भीतर अभी इक अनकही फ़रियाद बाकि है...