मैं चलता रहूँगा।
यूंही गिरता संभलता रहूंगा
रुकूँगा नहीं,मैं चलता रहूंगा।
ये धुंध, ये कुहासा, ये बादल
कब तक रोकेंगे मुझको
मैं सूरज हूँ, हर दिन निकलता रहूंगा।
मेरी तरबियत ही में है जलना
दिया बन के अंधेरों को खलता रहूंगा।
रुकूँगा नहीं, मैं चलता रहूंगा..
जमाने की आहें और...
रुकूँगा नहीं,मैं चलता रहूंगा।
ये धुंध, ये कुहासा, ये बादल
कब तक रोकेंगे मुझको
मैं सूरज हूँ, हर दिन निकलता रहूंगा।
मेरी तरबियत ही में है जलना
दिया बन के अंधेरों को खलता रहूंगा।
रुकूँगा नहीं, मैं चलता रहूंगा..
जमाने की आहें और...