कैसे करूँ इज़हार
शायरी नहीं देती साथ मेरा,
दिल के अरमान भी नाकाफ़ी हैं,
खुदा ही जाने कैसे करूँ...
दिल के अरमान भी नाकाफ़ी हैं,
खुदा ही जाने कैसे करूँ...