"किसी दिन ये सफर जिंदगी का "
"किसी दिन ये सफर जिंदगी का "
किसी दिन ऐसा दिन आएगा जब हम महसूस कर सकेंगे, जिदंगी बहुत ज्यादा खूबसूरत है।
किसी दिन किताबों के बीच से मुरझाए गुलाब की पंखुड़ियों को समेट कर उसको आजाद कर देंगे ।
किसी दिन सुबह की पहली किरण , अपने साथ खुशियों की बहार लाएगी,
चाय की प्याली के साथ अपने लोगों का साथ होगा ।
ज़िंदगी से और क्या चाहिए, बस...
किसी दिन ऐसा दिन आएगा जब हम महसूस कर सकेंगे, जिदंगी बहुत ज्यादा खूबसूरत है।
किसी दिन किताबों के बीच से मुरझाए गुलाब की पंखुड़ियों को समेट कर उसको आजाद कर देंगे ।
किसी दिन सुबह की पहली किरण , अपने साथ खुशियों की बहार लाएगी,
चाय की प्याली के साथ अपने लोगों का साथ होगा ।
ज़िंदगी से और क्या चाहिए, बस...