इमारतों में जो रहते हैं
ऊंची इमारतों में जो रहते हैं
उनके हालात की क्या कहें
हर माले में चार घर मगर
मालूम नहीं कौन रहता है अंदर
दरवाजे जाने वालों के लिए खुलते हैं
दिल के दरवाजे बंद होते हैं अक्सर
चित्रा बिष्ट
(मौलिक रचना)
© All Rights Reserved
उनके हालात की क्या कहें
हर माले में चार घर मगर
मालूम नहीं कौन रहता है अंदर
दरवाजे जाने वालों के लिए खुलते हैं
दिल के दरवाजे बंद होते हैं अक्सर
चित्रा बिष्ट
(मौलिक रचना)
© All Rights Reserved