हमारा प्यार
कभी पूरा, कभी अधूरा सा,
कभी शहद, कभी मदिरा सा,
कभी मक्खन, कभी मिश्री सा,
कभी मधुर मुस्कान,कभी कटु दृष्टि सा,
कभी जलेबी, कभी सांभर सा,
कभी पावन,कभी...
कभी शहद, कभी मदिरा सा,
कभी मक्खन, कभी मिश्री सा,
कभी मधुर मुस्कान,कभी कटु दृष्टि सा,
कभी जलेबी, कभी सांभर सा,
कभी पावन,कभी...