पलाश के फूल
बसंती हवा चल पड़ी, धरती को सुर्ख कर गए
ये पलाश के फूल
सिसकियां मंद हो गई, प्रकृति को विहिंसा गये
ये पलाश के फूल
जिन राहों से हम मिलने आते थे
जिन राहों...
ये पलाश के फूल
सिसकियां मंद हो गई, प्रकृति को विहिंसा गये
ये पलाश के फूल
जिन राहों से हम मिलने आते थे
जिन राहों...