अहसास -ए- जिंदगी...
लिखते है लोग यहां एहसासो को ,
बातों को यहां सुनता कौन है..!
चीख़ते है लफ्ज़ पन्नों पर ,
यहां आवाजों की पुकार सुनता कौन है..!
अल्फाज़ पिघलते है, पसीजते है,
भला...
बातों को यहां सुनता कौन है..!
चीख़ते है लफ्ज़ पन्नों पर ,
यहां आवाजों की पुकार सुनता कौन है..!
अल्फाज़ पिघलते है, पसीजते है,
भला...