अकेलापन
अपनो से भरी महफ़िल में भी जब....
कोई साथ नज़र न आता है
मुश्किल के उस दौर में
अकेलापन मन में घर कर जाता है,,,!!
नकारात्मक विचारों का, यह अकेलापन....
मन के भीतर सैलाब लाता हैं
चाहकर भी फिर उन नकारात्मक विचारों को
कोई व्यक्ति झुठला नही पाता है,,,!!
लेकिन न जाने क्यों ? अकेलेपन से....
हर कोई इतना घबराता है
आखिर यह अकेलापन ही तो है
जो हमसे हमारी मुलाकात कराता है,,,!!
दूसरों की फिक्र को मन से निकालकर......
यह हमे अपने लिए जीना...
कोई साथ नज़र न आता है
मुश्किल के उस दौर में
अकेलापन मन में घर कर जाता है,,,!!
नकारात्मक विचारों का, यह अकेलापन....
मन के भीतर सैलाब लाता हैं
चाहकर भी फिर उन नकारात्मक विचारों को
कोई व्यक्ति झुठला नही पाता है,,,!!
लेकिन न जाने क्यों ? अकेलेपन से....
हर कोई इतना घबराता है
आखिर यह अकेलापन ही तो है
जो हमसे हमारी मुलाकात कराता है,,,!!
दूसरों की फिक्र को मन से निकालकर......
यह हमे अपने लिए जीना...