सतगुरु से अरदास
सतगुरु अरदास है तुझसे
सबके दर्द की दवा मैं बन पाऊं,
ऐसा मैं शब्द बन उनके मरहम के काम आऊ,
दुनिया में आज भी खुदा है,काश उनको भी ये एहसास करा के तेरा दीदार का तोहफा उनको भी भेज पाऊं,
सतगुरु तू उन्हे तुम्हारा करीब ला,
फिर फिर से हर बात का जलवा दिखा,
तेरी मौजूदगी पर कोई सवाल न उठे,
ऐसी फिर से सबके जहन में समझ दे पाऊं,
सबके चेहरे पर मुस्कान हो सच्ची,
ऐसा कोई एक पल सबकी जिंदगी का बारी बारी से मै बन जाऊ ,
सतगुरु तुझसे अरदास है,ये तोफिक सब को
बक्शना ,ये दुआ बार बार करती मैं जाऊ।
© चांद
सबके दर्द की दवा मैं बन पाऊं,
ऐसा मैं शब्द बन उनके मरहम के काम आऊ,
दुनिया में आज भी खुदा है,काश उनको भी ये एहसास करा के तेरा दीदार का तोहफा उनको भी भेज पाऊं,
सतगुरु तू उन्हे तुम्हारा करीब ला,
फिर फिर से हर बात का जलवा दिखा,
तेरी मौजूदगी पर कोई सवाल न उठे,
ऐसी फिर से सबके जहन में समझ दे पाऊं,
सबके चेहरे पर मुस्कान हो सच्ची,
ऐसा कोई एक पल सबकी जिंदगी का बारी बारी से मै बन जाऊ ,
सतगुरु तुझसे अरदास है,ये तोफिक सब को
बक्शना ,ये दुआ बार बार करती मैं जाऊ।
© चांद