...

7 views

सिर्फ़ तुम
पगडंडी पर छपते तुम्हारे पैरों के निशान
पलट कर देखती तुम्हारी प्यारी मुस्कान
तुम्हारी मौजूदगी के अहसास मात्र से
इठलाते खेत खलिहान तृण और धान

जहां...