जीना मुस्कुराकर
कलम मेरे हाथ में देख,
गज़ल मुस्कुराती है।
बस्ती अच्छे इंसानों की देख,
फ़िजा गुनगुनाती है।
उजाले का एहसास,...
गज़ल मुस्कुराती है।
बस्ती अच्छे इंसानों की देख,
फ़िजा गुनगुनाती है।
उजाले का एहसास,...