पुलवामा के जाँबाज
नीर बादलों का भी जोरदार बहा होगा
जब ये खबर पूरे ब्रह्मांड में चला होगा
धरती भी थरथरायी होगी उन आवाजों से
जब जवानों की शहादत का खबर मिला होगा।
माँ की ममता राहें ढूंढ रही थी अपने वीर का
आँखों में इक लौ जली थी उसके जमीर का
लौट रहा है उसका बेटा एक माँ से दूसरे माँ की गोद में
सन्न रह गयी माई जब शहादत देखी अपने वीर का
बहन की राखी ढूंढ रही थी न जाने कब से कलाई
झट से बांधेगी राखी मानो वर्षों से हो अकुलाई
चौखट पर खड़ी राह की बाट में उसकी भी पलकें भीगेंगी
जब घर आएगा भईया तब सूनी हो जाएगी कलाई।
पिता की तबियत जब एकदम से कौंधेगी
खबर मिलेगी बेटे के आने की तब आँखें चौंकेगी
छाती घमण्ड...
जब ये खबर पूरे ब्रह्मांड में चला होगा
धरती भी थरथरायी होगी उन आवाजों से
जब जवानों की शहादत का खबर मिला होगा।
माँ की ममता राहें ढूंढ रही थी अपने वीर का
आँखों में इक लौ जली थी उसके जमीर का
लौट रहा है उसका बेटा एक माँ से दूसरे माँ की गोद में
सन्न रह गयी माई जब शहादत देखी अपने वीर का
बहन की राखी ढूंढ रही थी न जाने कब से कलाई
झट से बांधेगी राखी मानो वर्षों से हो अकुलाई
चौखट पर खड़ी राह की बाट में उसकी भी पलकें भीगेंगी
जब घर आएगा भईया तब सूनी हो जाएगी कलाई।
पिता की तबियत जब एकदम से कौंधेगी
खबर मिलेगी बेटे के आने की तब आँखें चौंकेगी
छाती घमण्ड...