गरीबी
क्यों कोई गरीबो को सताता है
उठा कर फायदा उनकी मजबूरी का
बेचारे गरीबो को रुलाता है
ना दे सको उनको कुछ तो मत दिया करो
पर उनको हालातो से खेला तो मत करो
वो गरीब है किस्मत के मारे है
आज दुनिया के सामने अपने हालातो से हारे है
नही होता है खाने को उनके पास
न रहने के लिए घर होता है
दो वक्त की रोटी के लिए उनको दूसरों का बस आस होता है
मत किया करो उपहास उनका
क्योंकि अपने वक़्त से हारे है
दे दो सहारा अपना उनको
क्योंकि वो अपनी किस्मत से हारे है
© Bhanu
उठा कर फायदा उनकी मजबूरी का
बेचारे गरीबो को रुलाता है
ना दे सको उनको कुछ तो मत दिया करो
पर उनको हालातो से खेला तो मत करो
वो गरीब है किस्मत के मारे है
आज दुनिया के सामने अपने हालातो से हारे है
नही होता है खाने को उनके पास
न रहने के लिए घर होता है
दो वक्त की रोटी के लिए उनको दूसरों का बस आस होता है
मत किया करो उपहास उनका
क्योंकि अपने वक़्त से हारे है
दे दो सहारा अपना उनको
क्योंकि वो अपनी किस्मत से हारे है
© Bhanu