मत खेलो छिपन-छिपाई भावनाओं में...!!!
मत खेलो छिपन-छिपाई भावनाओं में,
जो अपने हैं, उनके दिल से खेला नहीं करते।
यह रिश्ते नहीं कोई खेल तमाशा,
इन्हें यूँ तोड़-मरोड़ कर छेड़ा नहीं करते।।१।।
जिसे अपना मानो, उसे समझो भी सही,
उनकी पीड़ा को नजरअंदाज किया नहीं करते।
हर शब्द, हर इशारा है एक जंजीर, ...
जो अपने हैं, उनके दिल से खेला नहीं करते।
यह रिश्ते नहीं कोई खेल तमाशा,
इन्हें यूँ तोड़-मरोड़ कर छेड़ा नहीं करते।।१।।
जिसे अपना मानो, उसे समझो भी सही,
उनकी पीड़ा को नजरअंदाज किया नहीं करते।
हर शब्द, हर इशारा है एक जंजीर, ...