वक़्त (waqt)
वक़्त के साथ ये उमर भी ढलती रही
जिंदगी यादों की किताब बनती रही
अच्छे बुरे इसमें सब पन्ने जुड़ते रहे
कुछ इस तरह हम वक़्त के साथ चलते रहे
जो दिखाई राह वक़्त ने हम उधर मुड़ते रहे
रुका नही कभी वक़्त,ये हर पल चलता रहा
कभी खुशी कभी गमों से मैं अक्सर मिलता रहा...
जिंदगी यादों की किताब बनती रही
अच्छे बुरे इसमें सब पन्ने जुड़ते रहे
कुछ इस तरह हम वक़्त के साथ चलते रहे
जो दिखाई राह वक़्त ने हम उधर मुड़ते रहे
रुका नही कभी वक़्त,ये हर पल चलता रहा
कभी खुशी कभी गमों से मैं अक्सर मिलता रहा...