letter to my love
भीगना चाहता हूं मोहब्बत की बारिश में
जलाते क्यों तुम मुझे नफरत की आतिश में
लगता है सूरज भी मेरा राख होने लगे
जबसे तुम मुझसे दूर जाने लगे
किराये पे...
जलाते क्यों तुम मुझे नफरत की आतिश में
लगता है सूरज भी मेरा राख होने लगे
जबसे तुम मुझसे दूर जाने लगे
किराये पे...