[ आईना ]
परछाई में चांद
ज़माने ने खूबसूरत कहा
और दबी जुबां से
उसके दागों का जिक्र किया
मगर बदलने से रहा
जाने कितनी रात ढल गई
लोग अक्सर छुपा...
ज़माने ने खूबसूरत कहा
और दबी जुबां से
उसके दागों का जिक्र किया
मगर बदलने से रहा
जाने कितनी रात ढल गई
लोग अक्सर छुपा...