दिल के अल्फाज
मैं रोज तुमको देखा करू
तस्वीरों से तुम्हारे यू नज़रे भरू
बिना बात ख्वाब कुछ सजाता रहू
मोहहब्बत से तुमको मुटकु बुलाता रहूं
मैं जब भी लिखू तुमको लिखू
सोच के तुमको ही गाने सुनु
चांदनी रात में तारो के बीच
तेरे...
तस्वीरों से तुम्हारे यू नज़रे भरू
बिना बात ख्वाब कुछ सजाता रहू
मोहहब्बत से तुमको मुटकु बुलाता रहूं
मैं जब भी लिखू तुमको लिखू
सोच के तुमको ही गाने सुनु
चांदनी रात में तारो के बीच
तेरे...