यादें बसंत की
यादें बसंत की
अब ये बसंत भी कब और
कैसे आया पाता ही ना चला
कभी एहसास हुआ करता था
भाव बिभोर किया करता था
वो हरियाली की...
अब ये बसंत भी कब और
कैसे आया पाता ही ना चला
कभी एहसास हुआ करता था
भाव बिभोर किया करता था
वो हरियाली की...