जिएंगे जैसी उसकी रज़ा है,
ये जीवन वैसे तो सजा है,
जिएंगे जैसी उसकी रज़ा है,
सबको सुख है सुख सुविधा मैं,
हमको दुख दर्दों में मज़ा है,
करते हैं हम हरदम मस्ती,
नहीं देखते कितना बजा है,
© राम अवतार "राम"
जिएंगे जैसी उसकी रज़ा है,
सबको सुख है सुख सुविधा मैं,
हमको दुख दर्दों में मज़ा है,
करते हैं हम हरदम मस्ती,
नहीं देखते कितना बजा है,
© राम अवतार "राम"