पैमाना
हमें कुछ इस तरह वो परेशान करते हैं
वो दूर रह कर भी इश्क़ बेइंतेः करते है!
हम सरे महफिल उनका ज़िक्र करते हैं
लोग वाह वाह कह हमारी मोहब्बत पे वफा करते है!
करते है वो इज़हार सरे राह मुसस्सल
हर रोज वो हमसे नया...
वो दूर रह कर भी इश्क़ बेइंतेः करते है!
हम सरे महफिल उनका ज़िक्र करते हैं
लोग वाह वाह कह हमारी मोहब्बत पे वफा करते है!
करते है वो इज़हार सरे राह मुसस्सल
हर रोज वो हमसे नया...