...

42 views

ग़ज़ल 'ज़माना'
नहीं आता तुम्हें ग़म को छुपाना
तुम्हारी आँखों से मैंने ये जाना
हुनर चालाकी का भी सीख लो तुम
नहीं तो नोंच खाएगा ज़माना

जलेगा बस ज़रा सी देर को ही
कभी सूरज को...