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जानते हो ना तुम...?
नाजाने कितने ख़्वाब
आँखों की दहलीज़ से
फिसल कर
यूँ गुम हो जाते हैं कि
नींदों को ख़बर तक नहीं होती..
कोरी आँखों से मुझे डर लगता है
मैं भर लेती हूँ
तेरे ख़्यालों को आँखों में...
खालीपन क्या होता है!
जानते हो ना तुम..?
" Raag "
#raagquotes
© Dreamasingh
#PoeticEra
आँखों की दहलीज़ से
फिसल कर
यूँ गुम हो जाते हैं कि
नींदों को ख़बर तक नहीं होती..
कोरी आँखों से मुझे डर लगता है
मैं भर लेती हूँ
तेरे ख़्यालों को आँखों में...
खालीपन क्या होता है!
जानते हो ना तुम..?
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