52 views
जरूरत
सबने साथ जब छोडा जब सबसे ज्यादा जरूरत थी।
उम्मीद तब ख़तम की जब करनी जरूरी थी।
अपनापन तब छीना जब कोई अपना चाहिएं था।
नफरत तब दी जब प्यार की सबसे ज्यादा जरूरत थी।
अंदर से जब मारा गया जब जीना जरूरी होगा था।
यकीन तब तोड़ा जब उससे जोड़ना चाहिए था।
रुलाया तब गया जब हंसाना चाहिए था
बद्दुआ तब दी गई जब दुआए करनी चाहिए थी
हे मेरे प्रभु तूने भी हाथ तब छोड़ दिया जब पकड़ने की सबसे सख्त जरूरत थी।।
© ansu jannat
उम्मीद तब ख़तम की जब करनी जरूरी थी।
अपनापन तब छीना जब कोई अपना चाहिएं था।
नफरत तब दी जब प्यार की सबसे ज्यादा जरूरत थी।
अंदर से जब मारा गया जब जीना जरूरी होगा था।
यकीन तब तोड़ा जब उससे जोड़ना चाहिए था।
रुलाया तब गया जब हंसाना चाहिए था
बद्दुआ तब दी गई जब दुआए करनी चाहिए थी
हे मेरे प्रभु तूने भी हाथ तब छोड़ दिया जब पकड़ने की सबसे सख्त जरूरत थी।।
© ansu jannat
Related Stories
47 Likes
4
Comments
47 Likes
4
Comments