राम हूं मैं ।
टूटेगा मान ,
या आज टूटेगा धनुष ।
मिलेगा मार्ग या ,
आज सूखेगा समुद्र ।
मंथन कर डालूंगा ,
अपने एक ही बाण से ।...
या आज टूटेगा धनुष ।
मिलेगा मार्ग या ,
आज सूखेगा समुद्र ।
मंथन कर डालूंगा ,
अपने एक ही बाण से ।...