COFFEE
भोर सवेरा से उठे
दिन की होती है शुरुआत
ठंड भी लगती है
और कंबल से बाहर भी नही जाते हाथ
पैर निकलता नहीं एक इंच भी बाहर
ठंड को देखते घुस जाते है फिर से कंबल के अंदर
याद आती है फिर जाना है क्लास
हो चाहे कितनी भी ठंड
खुद ही निकल जाते है बाहर
पीते है गरम गरम कॉफी
और करते है दिन की शुरआत
बीतता है दिन...
दिन की होती है शुरुआत
ठंड भी लगती है
और कंबल से बाहर भी नही जाते हाथ
पैर निकलता नहीं एक इंच भी बाहर
ठंड को देखते घुस जाते है फिर से कंबल के अंदर
याद आती है फिर जाना है क्लास
हो चाहे कितनी भी ठंड
खुद ही निकल जाते है बाहर
पीते है गरम गरम कॉफी
और करते है दिन की शुरआत
बीतता है दिन...