तमन्ना नहीं
है हसीं चेहरे से ही,
वफ़ा भी शिक़ायत भी,
न हमसफ़र कोई रहा,
न चैन से जीने ही दिया ।।
आग सीने में...
वफ़ा भी शिक़ायत भी,
न हमसफ़र कोई रहा,
न चैन से जीने ही दिया ।।
आग सीने में...