...

26 views

छोड़ दें ये श्रंगार.
छोड़ कर ये श्रंगार तू
ले हाथ में हथियार तु!

हैं काल सामने खड़ा
मगर तुझसे नहीं ये बड़ा!

तु जगजननी हैं तु शक्ति हैं
तेरी ही तो सब भक्ति हैं!

कर राक्षसों का संहार तू
ना अब किसी क़ो पुकार तु!

ना अब कोई कृष्ण आएगा
तेरी लाज क़ो ना बचाएगा!

बन कर चंडी का रूप तु
कर दें बिद्वंस उसका तु!

दिखा दें क्या तेरी शक्ति हैं
क्या तु कर सकती हैं.
© Rashmi Garg