एक छांव
अवसाद भरी ये जिंदगी
बिल्कुल उसी गरमी
के जैसी हो गई है
जो बारिश के बाद
उमस से भर देती है
ना चैन...
बिल्कुल उसी गरमी
के जैसी हो गई है
जो बारिश के बाद
उमस से भर देती है
ना चैन...