माँ का प्यार
जब भी उदास होता हूँ तो सीने से लगा लेती हो
हाथ अपना फेर कर मेरे बालो मे
बचपन की याद दिलाती हो
जब भी उदास होता हूँ तो सीने से लगा लेती हो।
तुम दुनिया की वह हस्ती हो ,माँ
तुमारे कदमो के नीचे सारा संसार है ,माँ
चोट मुझे लगती है तो दर्द तुम्हे होता है ,
जब भी उदास होता हूँ तो सीने से लगा लेती हो ।
तुम खुशी से फूल जाती हो जब मैं हँसता हूँ
तुम अपना हर दर्द भूलकर मुझे अपने सीने से लगा लेती हो,
जब भी उदास होता हूँ तो सीने से लगा लेती हो ।
जब मैं थक जाता हूँ तो मुझे अपने गोद मैं सुलाती हो
इस दुनिया में तुम ही हो ऐसी जो मुझे निस्वार्थ प्रेम करती हो
जब भी उदास होता...
हाथ अपना फेर कर मेरे बालो मे
बचपन की याद दिलाती हो
जब भी उदास होता हूँ तो सीने से लगा लेती हो।
तुम दुनिया की वह हस्ती हो ,माँ
तुमारे कदमो के नीचे सारा संसार है ,माँ
चोट मुझे लगती है तो दर्द तुम्हे होता है ,
जब भी उदास होता हूँ तो सीने से लगा लेती हो ।
तुम खुशी से फूल जाती हो जब मैं हँसता हूँ
तुम अपना हर दर्द भूलकर मुझे अपने सीने से लगा लेती हो,
जब भी उदास होता हूँ तो सीने से लगा लेती हो ।
जब मैं थक जाता हूँ तो मुझे अपने गोद मैं सुलाती हो
इस दुनिया में तुम ही हो ऐसी जो मुझे निस्वार्थ प्रेम करती हो
जब भी उदास होता...