...

27 views

हरश्रृंगार का गजरा
गजरा जिसमें,
पुष्प हरश्रृंगार,
के हो !

पल पल अपनी,
मंद मंद खूशबू,
के साथ !


मुझको याद,
आपकी ही
दिलाये !

उपहार में वही,
ठाकुर साहब,
मुझे रास आये !!