लूट गई में तेरे प्यार में
तेरे प्यार में इस तरह अंधी हो गई।
जैसे दिन में ही रात हो गई।
यूं तो बेखबर थी तुजसे।
क्योंकि दूर बोहत थी खुदसे।
मंज़िल और थी रास्ता भी और था।
जीवन जीने का कुछ नया दौर था
समझ चुकी थी कि जीना तो...
जैसे दिन में ही रात हो गई।
यूं तो बेखबर थी तुजसे।
क्योंकि दूर बोहत थी खुदसे।
मंज़िल और थी रास्ता भी और था।
जीवन जीने का कुछ नया दौर था
समझ चुकी थी कि जीना तो...